अब चेक नहीं भेजेगी एल. आई. सी.

यदि आपने या आपके परिजनों ने या आपके परिचितों/मित्रों ने एल. आई. सी. की पालिसी/पालिसियाँ ले रखी हैं तो इसे ध्यान से पढ़िएगा और तदनुसार ही कार्रवाई कीजिएगा और ऐसा ही करने के लिए दूसरों से भी कहिएगा क्योंकि अब एल. आई. सी. आपको भुगतान की जानेवाली रकम चेक से नहीं भेजेगी। भारतीय रिजर्व बैंक के आदेशानुसार अब एल. आई. सी. आपकी रकम सीधे आपके बैंक खाते में जमा करेगी।

भारतीय रिजर्व बैंक ने एल. आई. सी. (और ऐसी लगभग प्रत्येक संस्था) के लिए अनिवार्य कर दिया है कि वह अब एन. ई. एफ. टी. (नेशनल इलेक्ट्रानिक फण्ड ट्रांसफर) प्रणाली से ही अपने ग्राहकों को भुगतान करे।

इसके लिए आपको एक मेण्डेट फार्म एल. आई. सी. के उस शाखा कार्यालय में प्रस्तुत करना पड़ेगा जहाँ से आपकी पॉलिसी/पॉलिसियाँ सेवित (सर्व) हो रही हैं। अर्थात् जिस शाखा कार्यालय से आपको, समय-समय पर आपकी पॉलिसी/पॉलिसियों के बारे में विभिन्न सूचनाएँ मिल रही हैं।

आपकी सुविधा के लिए इस मेण्डेट फार्म की स्केन प्रति यहाँ प्रस्तुत कर रहा हूँ। इन दिनों एल. आई. सी. अपने ग्राहकों को जो प्रीमीयम नोटिस भेज रही है, उसके पीछे भी यह फार्म छपा हुआ है। प्रत्येक ग्राहक को, प्रत्येक पॉलिसी के लिए अलग-अलग मेण्डेट फार्म, अलग से भी भेजा जा रहा है। इसके अतिरिक्त, एल. आई. सी. की प्रत्येक शाखा में यह मेण्डेट फार्म सहजता से उपलब्ध है।

इस मेण्डेट फार्म में आपको अपना पॉलिसी नम्बर, अपना नाम, अपने बैंक का नाम, पता, खाते का प्रकार (यथा, बचत खाता/चालू खाता), आपका खाता नम्बर, आपके बैंक का (जिस शाखा में आपका खाता  है, उस शाखा का) आई. एफ. एस. सी. कोड अनिवार्यतः देना है। बेहतर होगा कि आप अपना मोबाइल नम्बर और ई-मेल पता भी दे दें जिसके लिए समुचित प्रावधान मेण्डेट फार्म में किया गया है।

यह फार्म पूरी तरह से भर कर, एल. आई. सी. की सम्बन्धित शाखा में (अर्थात् जहाँ से आपकी पॉलिसी/पॉलिसियाँ सेवित हो रही हैं) प्रस्तुत कर दें। आपका मेण्डेट फार्म प्राप्त होने के कुछ दिनों बाद, एल. आई. सी. का सम्बन्धित शाखा कार्यालय आपको, आपके मेण्डेट फार्म का पुष्टि-पत्र भेजेगा जिसमें आपका/आपके पॉलिसी नम्बर तथा आपके द्वारा दिए गए बैंक ब्यौरों की पुष्टि की जाएगी। कृपया इन ब्यौरों को ध्यानपूर्वक जाँच लें और यदि कोई गलती/विसंगति हो तो तत्काल ही, व्यक्तिशः जाकर इसे ठीक करवा लें। आपकी छोटी सी चूक आपके भुगतान में विलम्ब का कारण बन सकती है। इसके बाद, आपको जब भी एल. आई. सी. से कोई भुगतान मिलना होगा, वह सीधे आपके बैंक खाते में जमा कर, आपको पत्र द्वारा सूचित कर दिया जाएगा।

इस बारे में निम्नांकित बातों पर ध्यान देंगे तो आपको अधिक सुविधा होगी -

- आपके खाता नम्बर की तथा बैंक ब्यौरों की पुष्टि के लिए आपको आपके बैंक का अभिलेखीय प्रमाण प्रस्तुत करना होगा। इसके लिए बेहतर होगा कि आप अपने खाते का एक चेक निरस्त करके मेण्डेट फार्म के साथ लगा दें। किन्तु यह तभी उपयोगी होगा जब चेक पर आपका नाम छपा हुआ हो। कई बैंकों में अभी भी पुरानी चेक बुकें चल रही हैं जिन पर खातेदार का नाम नहीं है। ऐसे चेकों पर बैंक का आई. एफ. एस. सी. कोड नहीं होता। यह कोड उन्हीं चेकों पर छपा दिखाई दे रहा है जिन पर खातेदार/खातेदारों का/के नाम छपा/छपे हुए हैं। ऐसी चेक बुक न होने की दशा में आपकी पास बुक के उस पन्ने की फोटो प्रति लगाएँ जिस पर आपका नाम, खाता नम्बर और बैंक के ब्यौरे छपे होते हैं। मुमकिन है कि पास बुक मेें भी बैंक का आई. एफ. एस. सी. कोड अंकित नहीं हो। उस दशा में बेहतर होगा कि आप अपने बैंक (के शाखा कार्यालय) से उसका यह कोड प्राप्त कर खुद ही अपनी पास बुक पर लिख लें और फिर फोटो प्रति करवाएँ। एन. ई. एफ. टी. व्यवस्था लागू होने के कारण आपको इस कोड की आवश्यकता अब अनेक बार पड़ेगी और पड़ती रहेगी।

- यदि आपने एकाधिक पॉलिसियाँ ले रखी हैं तो समस्त पॉलिसियों के नम्बर इस फार्म में उल्लेखित करें। यदि जगह कम पड़े तो सारी पॉलिसियों की सूची अलग कागज पर बना कर संलग्न करें। ऐसा बिलकुल न करें कि कुछ पॉलिसियों के नम्बर तो आप फार्म में लिख दें और कुछ पॉलिसियों के नम्बर अलग कागज पर लिख कर संलग्न करें। सूची अलग से संलग्न करने की दशा में, फार्म में पॉलिसी नम्बर लिखने के प्रावधानवाले स्थान पर ‘विस्तृत सूची संलग्न है’ अवश्य अंकित करें।

- यदि आपकी पालिसी/पॉलिसियाँ अगल-अलग शहरों में या आपके नगर में ही, अलग-अलग शाखाओं से सेवित हो रही हैं तो चिन्‍ता न करें। देश भर में,एल आई सी की किसी भी शाखा में आप अपनी सारी पॉलिसियों का पंजीयन करवा सकते हैं चाहे वह पॉलिसी किसी भी शाखा से सेवित क्‍यों नहीं हो रही हो।
- खाता नम्बर और आई. एफ. एस. सी. कोड हमेशा दाहिनी ओर से बाँयी ओर लिखें। अर्थात् सबसे अन्तिम अंक से शुरु करते हुए सबसे पहले अंक तक आएँ ताकि यदि कोई खाना खाली रहे तो पहले वाला/वाले खाना खाली रहे। इससे, शाखा कार्यालय को की-इनिंग में तो सुविधा होगी ही, गलती होने की आशंका न्यूनतम रहेगी।

- मेण्डेट फार्म की पावती अवश्य लें और उसे सुरक्षित रूप से सम्हाल कर रखें। वैसे तो मेण्डेट फार्म में ही पावती का प्रावधान किया गया है किन्तु बेहतर होगा कि आप मेण्डेट फार्म की (और यदि संलग्न की गई हो तो पॉलिसियों की सूची की भी) फोटो प्रति पर शाखा कार्यालय से पावती लें।

- जैसाकि मैंने पहले कहा है, आपकी रकम आपके खाते में जमा करने के बाद एल. आई. सी. पत्र द्वारा आपको इसकी सूचना देगी। कृपया यह पत्र सम्हाल कर रखें। यदि आप आय करदाता हैं तो यह पत्र आपके लिए ‘अनिवार्य’ होने की सीमा तक उपयोगी है क्योंकि एल. आई. सी. की पॉलिसियों से मिलनेवाली रकम, आय कर अधिनियम की धारा 10 (10) (डी) के अन्तर्गत पूरी तरह से ‘कर मुक्त’ होती है। आप ऐसी रकम को अपनी आय कर विवरणी में अवश्य दर्शाएँ। यह आपकी ‘अभिलेखीय पूँजी’ (रेकार्डेड केपिटल याने नम्बर एक की पूँजी) होगी।

- यदि आपने बैंक सेवाओं के लिए ‘मोबाइल अलर्ट’ सुविधा नहीं ले रखी है तो अब ले लीजिएगा ताकि आपके खाते में रकम जमा होते ही आपको सूचना मिल जाए। वरना, सम्भव है कि रकम जमा करने की सूचना देनेवाला, एल. आई. सी. से मिलनेवाला पत्र आपको या तो अत्यधिक विलम्ब से मिले या मिले ही नहीं।  कारण कुछ भी हो सकता है - एल. आई. सी. कार्यालय की चूक या फिर डाक सेवाओं की वर्तमान दशा। मेरा सुझाव है कि बैंक से ‘मोबाइल अलर्ट’ के जरिए, रकम जमा होने की सूचना मिलते ही आप, एल. आई. सी. शाखा कार्यालय से यह पत्र, खुद जाकर प्राप्त कर लें। {आखिर नम्बर एक की आय का मामला जो है -:):):):)}


- कृपया ध्यान दें कि यदि आप अपना बैंक बदलते हैं तो आपको नए सिरे से यह मेण्डेट फार्म प्रस्तुत करना होगा और एल. आई. सी. के उस प्रत्येक कार्यालय में प्रस्तुत करना होगा जहाँ से आपकी पॉलिसी/पॉलिसियाँ सेवित हो रही हैं। यदि आपने ऐसा नहीं किया तो एल. आई. सी. उसी बैंक में और उसी खाते में रकम भेजेगी जिसके लिए आपने मेण्डेट फार्म दिया था। आपकी यह चूक, आपको आपका भुगतान मिलने में देरी का कारण बन जाएगी।

मैंने अपनी समझ के अनुसार अधिकाधिक जानकारी, अधिकाधिक स्पष्टता और विस्तार से देने की कोशिश की है। किन्तु चूक की गुंजाइश हमेशा बनी रहती है। यदि आपको ऐसा लगे तो मुझे सूचित अवश्य करें। मैं इस ब्लॉग पर तो उपलब्ध हूँ ही, ई-मेल तथा मोबाइल पर भी उपलब्ध हूँ। आपके लिए उपयोगी/सहयोगी बनने पर मुझे आत्मीय प्रसन्नता और आत्म-सन्तोष होगा।

हाँ - इस काम में देर न करें और इसकी सूचना अपने तमाम परिजनों, मित्रों, परिचितों को भी जल्दी से जल्दी देकर यह फार्म प्रस्तुत करने के लिए कहें। आखिर उनको भी तो लगना चाहिए कि आप उनके शुभ-चिन्तक हैं!

9 comments:

  1. महत्वपूर्ण जानकारी. आभार.

    ReplyDelete
  2. आपने बहुत उपयोगी जानकारी दी..

    ReplyDelete
  3. भैया जी धन्यवाद तुरंत अमल किया जायेगा .

    ReplyDelete
  4. बहुत ही ज्यादा उपयोगी जानकारी है। बहुत बहुत आभार।

    ReplyDelete
  5. आपकी हौसलाअफजाई के लिए शुक्रिया, मुझे वर्ड वेरिफिकेशन की जानकारी नहीं थी, अब मैंने इसे हटा दिया है, काफी समय तक इसके कारण पाठकों को तकलीफ होती रही होगा, आपका बताने के लिए शुक्रिया, सब्सक्राइब करने के लिए नीचे ब्लाग में आप्शन है इसमें आपको अपना ई-मेल एंटर करना होगा। हृदय से आभार

    ReplyDelete
  6. इन महत्वपूर्ण सूचनाओं के लिये आभार !

    ReplyDelete
  7. फेस बुक पर श्री दीपक गोधा, रतलाम/आलोट की टिप्‍पणी -

    याने अब एलआईसी चेक भी आपके खाते में जमा करवाएगी और वह भी आपकी ड्यू डेट पर।

    ReplyDelete
  8. अच्छी बात है, काम और जल्दी होगा!

    ReplyDelete

आपकी टिप्पणी मुझे सुधारेगी और समृद्ध करेगी. अग्रिम धन्यवाद एवं आभार.